19 जनवरी 2025 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले के सेक्टर 19 में स्थित गीता प्रेस के टेंट में शाम 4:30 बजे आग लग गई। यह आग सिलेंडर फटने से हुई, जिससे कम से कम 18 अस्थायी टेंट प्रभावित हुए। दमकल विभाग की तत्परता से आग पर शीघ्र ही काबू पा लिया गया, और किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।

घटना की जानकारी मिलते ही दमकल की गाड़ियां, पुलिस और प्रशासनिक टीमें मौके पर पहुंच गईं। प्रयागराज के जिला मजिस्ट्रेट रवींद्र कुमार मंडल ने बताया कि स्थिति अब सामान्य है और मेले का आयोजन पूर्ववत जारी है।
महाकुंभ मेला, जो हर 12 वर्ष में आयोजित होता है, विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक समागम माना जाता है। इस वर्ष यह मेला 13 जनवरी से प्रारंभ हुआ है और छह सप्ताह तक चलेगा, जिसमें लगभग 400 मिलियन श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद है। श्रद्धालु गंगा, यमुना और मिथकीय सरस्वती नदियों के संगम पर स्नान कर आध्यात्मिक शुद्धि की कामना करते हैं।
मेले के दौरान आग की घटनाओं को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने कई सख्त उपाय लागू किए हैं। मेले में हीटर, ब्लोअर और इमर्शन रॉड जैसे उपकरणों के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है, क्योंकि पूर्व में शॉर्ट सर्किट के कारण आग की घटनाएं हुई हैं। इसके अतिरिक्त, कटिया लगाकर बिजली के उपयोग पर भी सख्त प्रतिबंध रहेगा, और नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
महाकुंभ 2025 को “जीरो फायर इंसिडेंट जोन” बनाने के लिए सरकार ने व्यापक तैयारियां की हैं। मेले में 50 अस्थायी फायर स्टेशन स्थापित किए गए हैं, जो 2019 के 43 स्टेशनों से अधिक हैं। इसके अलावा, अत्याधुनिक उपकरणों और एआई-सक्षम फायर डिटेक्शन कैमरों का उपयोग किया जा रहा है, जो आग की घटनाओं की तुरंत पहचान कर संबंधित टीमों को सूचित करेंगे। प्रत्येक सेक्टर में दमकल कर्मियों की तैनाती की गई है, और प्रतिक्रिया समय को मात्र 2 मिनट रखा गया है, ताकि किसी भी घटना पर तुरंत काबू पाया जा सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आग की घटना का संज्ञान लेते हुए वरिष्ठ अधिकारियों को मौके पर भेजा और राहत कार्यों की निगरानी की। उनके निर्देश पर मेले में सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया जा रहा है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
सरकार और प्रशासन की तत्परता और प्रभावी उपायों के कारण आग की इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई, और महाकुंभ मेला सुचारू रूप से जारी है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं, जिससे वे निश्चिंत होकर अपने धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कर सकें।